Surrounded by Idiots: The Four Types of Huma… Thomas Erikson Books In Hindi Summary

Surrounded by Idiots:
The Four Types of Huma…
Thomas Erikson
येल्लो (पीला)
क्या आप कभी किसी ऐसे शख्स से मिले हैं जो सूरज सा हो? कोई जो हमेशा ब्राइट, चहकता हुआ ज़िंदादिल
और खुश रहता हो ? ये वे लोग हैं जिनकी आदत येल्लो कही जाती है, और हम उन्हें सेंगुइन कहते हैं
यानी जो आशावादी है और पॉजिटिव बने रहते हैं. येल्लो लोगों को पहचानना आसान होता हैं क्योंकि
वे बहुत बातें करते हैं. उनके पास आपके बुरे मूड को अच्छे मूड में बदलने की ताकत होती हैं. ये लोग
ज्यादातर सवाल पूछने के बजाय जवाब देते हैं. ये लोग कहानियां सुनाते हैं, भले ही वह सब्जेक्ट से जुड़ी न
हों, क्योंकि वे लोगों के मूड को हल्का करना पसंद करते हैं. येल्लो रंग के लोगों के पॉजिटिव एट्टीट्यूड और
ऑप्टिमिस्म एक बेहतरीन कॉम्बिनेशन हैं जो हमेशा दूसरों को अच्छा महसूस कराता हैं. चार रंगों में, यह मान सकते हैं कि येल्लो सबसे पॉपुलर हैं. वजह साफ़ हैं कि ऐसे लोग एंटेरटेनिंग होते हैं और
उनके साथ रहना आसान होता हैं. येल्लो रंग दूसरों को इम्पोर्टेन्ट महसूस कराते हैं. इसलिए, उनके आसपास के लोग भी उन्हें ऐसा ही महसूस कराते हैं. सिर्फ रेड रंग वाले ही फैसले लेने में तेज नहीं होते
बल्कि येल्लो रंग भी ऐसे ही होते हैं. हालांकि, फर्क यह होता हैं कि येल्लो अपने फैसलों को दिमाग और समझदारी से लेने के बजाय अपने दिल से, फीलिंग्स के आधार पर लेते हैं.

एग्जाम्पल के लिए, मारिया नाम की थॉमस की बहन को लेते हैं, जिसका बर्ताव पॉजिटिव और बड़ा
सरल हैं. कई वजह थे जिसने थॉमस को यह यकीन दिलाया कि मारिया येल्लो रंग की हैं और,ऐसा मानने
के पीछे एक और वजह यह थी कि कभी किसी ने भी मारिया के बारे में कुछ भी नेगेटिव नहीं कहा था. वे
जहां भी जाते थे, थॉमस ने किसी को भी झट से अपनी बहन को नापसंद करते नहीं देखा था. एक बार एक बातचीत के दौरान थॉमस ने मारिया से कहा कि ऐसा लगता हैं कि बारिश होने वाली हैं. मारिया
ने इस बात से इंकार कर दिया. जब बारिश हुई, तो थॉमस ने कहा कि आसमान काला था, जिसकी वजह
से ऐसा लग रहा था कि जल्दी ही बारिश होने वाली हैं. मारिया ने बस इतना कहा कि बारिश के बारे में चिंता
मत करो क्योंकि बारिश के खत्म हो जाने के बाद सूरज जल्द ही निकल आएगा. उन्हें बस इंतजार करना
चाहिए. इसके साथ ही मारिया बेफिक्र होकर सोफे पर आराम से बैठी रही. किसी भी सिचुएशन को येल्लो लोग ऐसे ही देखते हैं.
वे आमतौर पर लोगों से मिलने जुलने वाले और दूसरों को अपनी बात मनवाने वाले होते हैं. वे आसानी से
अपनी सोच को हर किसी के साथ शेयर कर सकते हैं, भले ही वह कोई अजनबी ही क्यों न हो. वे शर्माते नहीं हैं, और हमेशा पॉज़िटिव साइड को देखते हैं. येल्लो रंग के लोग हमेशा अपनी उम्मीद को कायम रखते हैं. वे हमेशा मुस्कुराते या हंसते रहते हैं.

रेड रंग की तरह, येल्लो रंग में भी बड़ी एनर्जी होती हैं. उनके दोस्त हर जगह होते हैं. वे हर बात की अपडेट
रखते हैं, और हमेशा मिलने जुलने में यकीन रखते हैं. उनमें कभी भी जोश और हौसले की कमी नहीं होती.
जब भी आप येल्लो रंग के साथ होते हैं, तो वे आपके मूड को बहुत बेहतर बनाते हैं. ज़िंदादिल, हंसमुख और पॉजिटिव होनेके अलावा ये रिसोर्सफुल भी होते हैं, यानी वे किसी भी काम के लिए रास्ता आसानी से ढूंढ लेते हैं. वे अपने आसपास होने वाली चीज़ों को बड़े ध्यान से देखते हैं, और किसी भी प्रॉब्लम को सुलझा सकते हैं, जिसे शायद कोई और न सुलझा पाए. वे हमेशा लीक से हटकर सोचते हैं. शॉर्ट में, येल्लोरंग वाले लोग रिश्तों को बनाने में यकीन रखते हैं. ये लोग सभी को जानते हैं और सभी को पसंद करते हैं. वे हर किसी पर आसानी से भरोसा करते हैं और सभी को दोस्त बना लेते हैं, भले ही वे सिर्फ पांच मिनट से कम टाइम के लिए मिले हों.

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Thomas Erikson
ग्रीन (हरा)

ग्रीन रंग कोइन चार रंगों में सबसे कॉमन और एवरेज माना जाता हैं. हालांकि, इसे नेगेटिव तरीके से नहीं
लेना चाहिए. ग्रीन रंग के लोग सबसे बैलेंस्ड लोग होते हैं.उन्हें Hippocrates ‘फ्लैगमैटिक’यानी शांत या ठंडे
लोग कहते हैं और एज़्टेक लोग इन्हें ‘अर्थपीपल’ कहते हैं. ग्रीन को अक्सर शांत और रिलैक्स्ड किस्म का माना जाता हैं. भले ही ग्रीन को आम और कॉमन माना जाता हैं, लेकिन वे हमारी सोसाइटी में एक ज़रूरी
रोल निभाते हैं. अगर हर कोई लीडर बनता हैं, तो उन्हें मानने वाला कोई नहीं होगा. अगर हर कोई एंटरटेनर
बनेगा, तोउन्हें देखने वाला कोई नहीं होगा. लाइफ देने और लेने के बारे में है और हमें अपनी जरूरतों को पूरा
करने के लिए एक दूसरे की जरूरत पड़ती हैं.
बात यह है कि ग्रीन रंग हमेशा किसी भी सिचुएशन में शांति लाने की कोशिश करते हैं. थॉमस ने अपने दोस्त
की फैमिली के साथ अपने एक्सपीरियंस को शेयर किया. इस फैमिली का हस्बैंड येल्लो हैं, जबकि वाइफ ग्रीन है. जैसा कि पिछले एग्जाम्पल में बताया गया है कि येल्लोलोगों से घुलना मिलना पसंद करते हैं और फ्रेंडली होते हैं. इसलिए हमेशा हस्बैंड किसी gathering या पार्टी की शान होता है. वह हमेशा कोई न कोई गेम लेकर आता हैं, और किसी के भी सवालों का जवाब देता हैं. कई मौके ऐसे होते हैं जब हस्बैंड इधर-उधर कूदता रहता हैं क्योंकि ये गेम खेलने के लिए ज़रूरी है.

दूसरी तरफ, वाइफ हमेशा शांत रहती हैं. वह और लोगों की तरह ही मज़े लेती हैं, लेकिन बस चुपचाप
बैठती हैं और ज़रूरत पड़ने परही स्माइल करती हैं. थॉमस ने उस दोस्त के वाइफ से पूछा कि क्या वह
कभी अपने हस्बैंड की इतनी ज़्यादा एनर्जी से थक नहीं जाती. जिसके जवाब में वह कहती है कि वह अपने
हस्बैंड को समझती हैं, और वह उसे मज़े करने से नहीं रोकती. इस तरह ग्रीन रंग बहुत easygoing तरह के होते हैं और वे आपको अपनी मर्जी के हिसाब से काम करने देते हैं. वे आपसे बहुत ज़्यादा डिमांड नहीं करते और आसानी से नाराज़भी नहीं होते हैं. वे बहुत समझदार होते हैं, और वही करते हैं जो उन्हें करना चाहिए. वे
किसी भी कीमत पर किसी को दुःख नहीं पहुंचाना चाहते . आमतौर पर ये ऐसे लोग होते हैं जो अपने बॉस
से सवाल नहीं करते, भले ही बॉस ने अजीब से फैसले किए हों.
ग्रीन रंग के लोग दूसरों को बड़े ध्यान से सुनते हैं. वे दयालू होते हैं. जब आपको किसी चीज में मदद की
जरूरत हो तो आप हमेशा ग्रीन पर डिपेंड कर सकते हैं. जब भी आपको उनकी जरूरत होगी, वे हमेशा आपके खुद से ज्यादा किसी और में इंटरेस्ट लेते हैं. ग्रीन हमेशा दूसरे लोगों को पहले रखते हैं, और, सोसाइटी के बीमार और कमजोरों की देखभाल करने वालो में सबसे ज़्यादा शायद ग्रीन लोग ही शामिल होते हैं.

थॉमस के साथ काम करने वालों में से एक हैं माजा जो ग्रीन स्वभाव वाली है. लोग हमेशा हेल्प के लिए
माजा की ओर देखते हैं, और वह हमेशा अपना काम सही करती हैं. वह अपने आस-पास के लोगों के लिए
हमेशा अपने चेहरे पर स्माइल बनाए रखती हैं. माजा कभी भी लोगों की बर्थडे, एनिवर्सरी या किसी भी
ज़रूरी इवेंट को नहीं भूलती. जब टीम में कोई मुश्किल वक्त से गुज़रता हैं, तो उन्हें एनकरेज करती हैं और
बढ़ावा देती हैं. ग्रीन लोग हमेशा लोगों की हेल्प करने के लिए एक कदम आगे चलते हैं, यहां तक कि उन लोगों की भी हेल्प करते हैं जिन्हें वे पसंद नहीं करते . क्योंकि ग्रीन हर किसी के साथ मिलना जुलना पसंद करते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं या आप क्या करते हैं. वे हमेशा अपना सहयोग देने को तैयार रहेंगे. ग्रीन भरोसेमंद होते हैं. जब वे कहते हैं कि वे किसी काम को पूरा करेंगे, वे इसे ज़रूर पूरा करते हैं, फिर चाहे कुछ भी हो जाए. उन्हें किसी से ऑर्डर लेने में कोई प्रॉब्लम नहीं होती हैं और वे जहां भी जाते हैं ,स्टेबिलिटी पसंद करते हैं. ग्रीन अक्सर अपनी राय नहीं बदलते हैं. मेरा और वे अपने नज़रिए से बंधे रहते हैं, और दूसरे लोगों की सोच उन्हें आसानी से हिला नहीं सकती.

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Thomas Erikson
ब्लू (नीला)

लास्ट रंग हैं ब्लू. ब्लू वे लोग हैं जो हमेशा बैकग्राउंड में चीज़ों को निहारते रहते हैं, ऑब्ज़र्व करते हैं, अपने
इवैल्यूएशन, ऑब्जरवेशन और अस्सेस्मेंट के साथ काम करते रहते हैं. अगर ग्रीन रंग हमेशा फ्लो के साथ
चलते हैं, तो ब्लूके पास हमेशा सही जवाब होते हैं. ब्लू पेसिमिस्ट यानी थोड़े नेगेटिव भी होते हैं जो हमेशा
असलियत को देखने की कोशिश करते हैं. वे किसी भी तरह की कमी या रिस्क को ढूंढ लेते हैं. डिटेल
देखना, रिज़र्व यानी लोगों से कम घुलमिल पाना और एनालिटिकल – ये वे कुछ शब्द हैं जिनका आप ब्लूरंग के लिए यूज़ कर सकते हैं. हमारे आसपास हमेशा एक ऐसा दोस्त होता हैं जो सब कुछ जानता हैं. ब्लू लोग हमेशा फैक्ट के साथ इन्फॉर्मेशन देते हैं, इसलिएउन्हें किसी भी तरह का सवाल करना मुश्किल हो जाता हैं. उनके पास हमेशा सबूत होते हैं, और वे यह पक्का करते हैं कि उनकी दी गई इन्फॉर्मेशन सही हो.
ये हमेशा बोलने से पहले सोचते हैं. वे हमेशा लॉजिक और एनालिसिस के आधार पर सोचते हैं.लेकिन, ब्लू
ऐसे नहीं होते जो अपनी नॉलेज के बारे में दावा करते हैं,या घमंड करते हैं और जब चाहे तब बोलते हैं. उन्हें पूछे जाने पर ही वह जवाब देते हैं. हालांकि उन्हें सब कुछ नहीं पता होता, फिर भी आप भरोसा कर सकते हैं कि उनका जवाब हमेशा सही होगा.

ब्लू औरों का ध्यानअपनी ओर नहीं खींचना चाहते. जवाब जानने के बावजूद वे कभी भी चिल्लाकर फ़ौरन
जवाब नहीं देते. उन्हें नहीं लगता कि उन्हें किसी को कुछ भी प्रूव करने की ज़रूरत है. उन्हें इन बातोंसे कोई
फर्क नहीं पड़ता हैं. हालांकि, ब्लू रंग के लोगोंकी नम्रता कभी-कभी नुकसान करती है. एग्जाम्पल के लिए, जब लोग किसी puzzle या प्रॉब्लम को सुलझाने के लिए जमा होते हैं, तब उनके बीच ब्लू लोग होने के बावजूद कोई भी जवाब देने में झट से आगे नहीं आता. जैसा कि थॉमस ने देखा, कि एक ब्लू स्वभाव वाला आदमी puzzle के इवेंट में दो घंटे के बाद आगे आया और जवाब की तरफ इशारा किया.
नैचुरली, ब्लू हमेशा दूर की नहीं सोचते , इसलिए वे फ़ौरन एक्शन नहीं लेते. अगर कोई उनसे पूछे कि
उन्होंने पिछले दो घंटों से कुछ क्यों नहीं कहा, तो वे बस कुछ इस तरह से जवाब देंगेकि “आपने कभी पूछा ही
नहीं.” अगर ग्रीन दूसरों को सबसे पहले रखते हैं, तो ब्लू सबसे पहले सेफ्टी कोरखते हैं. अगर कोई रेड या येल्लो वाले लोग अंदाज़े से अपना फैसला लेते हैं, तो ब्लू हमेशा एक कदम पीछे हटकर, किसी भी फैसले को लेने से पहले सिचुएशन को एनालाइज़ करतेहैं. ब्लू लोग रिजल्ट से ज़्यादा प्रोसेस को ज़रूरी मानते हैं. एक आसान लाइफ जीने के लिए ब्लू बिलकुल रिस्क नहीं लेते हैं.

जब भी रिस्क का सामना करना पड़ता हैं, तो ब्लू आमतौर पर एक एडवांस सिस्टम बनाते हैं जो किसी
भी प्रॉब्लम का सुलझा सकता है. अगर उन्हें लगे कि रिस्क का कोई भरोसा नहीं, तो वे कभी रिस्क नहीं लेंगे.
ब्लू मानते हैं कि सब कुछ सही तरीके से काम करना चाहिए, और क्वालिटी बहुत ही ज़रूरी है. किसी भी
काम को 100 % सही करने के लिए ब्लू कुछ भी करने के लिए तैयार होते हैं. वे किसी भी गलती या खामियों
को बर्दाश्त नहीं करते. वे हमेशा परफेक्ट काम करने की कोशिश में लगे रहते हैं.
येल्लो रंग के ठीक उल्टा, ब्लू रंग किसी चीज़ पर फैसला करते हुए अपनी समझदारी और लॉजिक का
इस्तेमाल करते हैं और किसी भी मामले में दिल के बजाय दिमाग से सोचते हैं. जब कोई भी चीज उनके
हिसाब से नहीं होती हैं, तो उन्हें यह पसंद नहीं आता. इस रंग के लिए थॉमस के पिताजी का एग्जाम्पल लेते
हैंजो ब्लू लोगों में से हैं. अगर टीवी, कार, सेलफोन, या किसी गैजेट के साथ कोई प्रॉब्लम होतीहैं, तो थॉमस के पिताजी हमेशा मैनुअल परसवाल उठाते हुए कहतेहैं, “वे मैनुअल में डिटेल लिखते ही क्यों हैं जब यह उस
तरह से बिलकुल काम नहीं काम करता जैसा इनमें लिखा जाता हैं ?”

थॉमस को हमेशा अपने पिताजी को जवाब देना मुश्किल लगता हैं. ब्लू उन लोगों में से नहीं हैं जिन्हें
आसानी से बेवकूफ़ बनाया जा सके. वे ऐसे लोग होते हैं जो सच्चाई के साथ टिके रहते हैं, ठीक थॉमस के
पिताजी की तरह. वे आधी रात को ट्रैफिक के रेड लाइट पर रुकेंगे , भले ही वे मीलों दूर तक रोड पर अकेले ही क्यों न हो. थॉमस के पिताजी ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि उनके हिसाब से यही सही तरीका हैं, और ब्लू
इसी तरह से काम करते हैं. बाहर से, ब्लू ग्रीन रंग की तरह शांत और ठहरे हुए जैसे लग सकते हैं. लेकिन, उनके दिमाग के अंदर बहुत सारी बातें चलती हैं. ऐसा इसलिए नहीं है क्योंकि उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं होता बल्कि इसलिए है क्योंकि उनके पास कहने के लिए बहुत कुछ होता हैं. वे बस
अपनी बातों को ध्यान से चुनते हैं. Aztec ब्लू लोगों को समुन्दर या पानी की तरह मानते हैं क्योंकि ब्लू शांत
और स्टेबल होते हैं. ज़्यादातर ब्लू, बाकी रंगों के मुकाबले शांत होते हैं, यही उन्हें बाकी रंगों से अलग बनाता है. ब्लू मानते हैं कि बेकार या फ़िजूल की बात कहने के बजाय चुप रहना बेहतर होता है.

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कन्क्लूज़न

रेड, येल्लो, ग्रीन और ब्लू, आपने इन सब के बारे में समझा और जैसे-जैसे आप इन चैप्टर्स को जानते
गए, आपके दिमाग में ज़रूर कुछ लोग आए होंगे. यह आपकी फैमिली, दोस्त, लवर, कलीग, या शायद कोई
अजनबी भी हो सकता हैं. इन सभी के बर्ताव को जानने से यह आपको लोगों को बेहतर ढंग से समझने में हेल्प करेगा, जिससे आप उनसे बेहतर तरीके से कम्यूनिकेट कर पाएंगे. आपने सीखा कि कैसे रेड लोगों का नेचर बोल्ड और डोमिनेंट होता हैं. ऐसा इसलिए नहीं हैं क्योंकि वे अपने आस-पास के लोगों का बॉस बनना पसंद करते हैं, बल्कि इसलिए कि वे वैसे ही होते हैं. रेड लोगों के आसपास रहकर यह जानना कि वे रेड हैं , इससे आप उनके साथ एडजस्ट कर पाएंगे. आप देखेंगे कि वे काफ़ी कॉम्पिटिटिव होते हैं.
येल्लो फेमस होना चाहने वाले नहीं होते. वे अपने आस-पास के लोगों को खुश रखना पसंद करते हैं. वे आउटगोइंग किस्म के होते हैं. उन्हें लोगों से बात करना पसंद होता हैं. आप जानते हैं कि आपकी टीम में अगर कोई येलो हैं, तो यह आपकी टीम के सेल्स को बड़ा सकता हैं क्योंकि वे बहुत से लोगों को जानते होंगे.

ग्रीन आपके अच्छे दोस्त होते हैं. ये ऐसे लोग हैं जो हमेशा दूसरों को खुद से पहले रखते हैं. ग्रीन वे लोग
होते हैं जो हमेशा आपकी हेल्प करेंगे और जब भी आपको उनकी ज़रूरत पड़ेगी, वे आपका साथ देंगे.
ब्लू परफेक्शनिस्ट होते हैं. वे ऐसे लोग हैं जो हमेशा चीजों को लॉजिक लगाकर देखते हैं. ब्लू नेचर से शांत
होते हैं, और वे अकेले रहना पसंद करते हैं. ब्लू ज्यादा नहीं बोलते, लेकिन ऐसा इसलिए है क्योंकि वे कुछ भी
कहने से पहले अपने दिमाग में हर बात को एनालाइज करते हैं. बेहतर और असरदार तरीके से कम्यूनिकेट करने में वक्त लग सकता हैं. लेकिन इस समरी को समझना पहला स्टेप हैं. रंगों को जानने से आपको लोगों को समझने में हेल्प मिलेगी. इससे आपको यह चुनने में हेल्प मिलेगी कि आप किस तरह के लोगों को अपने आसपास रखना चाहते हैं. भले ही हम लोगों के साथ घुल मिल न पाएं, जो कि बुरी बात नहीं है पर, हम यह समझ पाते हैं कि वे कौन हैं और हममें और सामने वाले में कौन सी बातें कॉमन हैं. गलत कम्युनिकेशन हमेशा दूसरे शख्स की गलती नहीं होती, क्योंकि हम भी गलत हो सकते हैं.


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